Baba Ramdev and Balkrishna : पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापनों के मामले में रामदेव और बालकृष्ण आज सुप्रीम कोर्ट में पेश होंगे। SC ने पिछली सुनवाई में दोनों को कोर्ट की अवमानना का नोटिस जारी करते हुए व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया था।
हालांकि रामदेव और बालकृष्ण ने हलफनामा दायर कर कोर्ट से माफी मांग ली है। SC ने पतंजलि आयुर्वेद को भ्रामक विज्ञापन बंद करने आदेश दिया था। इसके बावजूद विज्ञापन दिए गए।
दरअसल इस मामले की शुरुआत बीते साल नवंबर से हुई थी, जब सुप्रीम कोर्ट में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से याचिका दाखिल की गई थी। इस अर्जी में कहा गया था कि पतंजलि की ओर से अपनी दवाओं के बारे में गलत दावे किए जा रहे हैं।
उसके प्रचार इलेक्ट्ऱॉनिक और प्रिंट मीडिया में चल रहे हैं। IMA ने ऐसे कई विज्ञापनों का उदाहरण भी सुप्रीम कोर्ट में दिया था, जिनमें एलोपैथी चिकित्सा पद्धति और उसके डॉक्टरों को कमतर बताया गया था।
यही नहीं IMA का कहना था कि आयुर्वेदिक दवाएं बनाने वाली कई कंपनियां भी ऐसा ही करती हैं। इनमें से कुछ विज्ञापनों में कहा गया था कि एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के तहत इलाज करने वाले खुद भी मौत का शिकार हो रहे हैं, जबकि वे आधुनिक इलाज ले रहे हैं।