सरकारी गलती से जिंदा व्यक्ति बना ‘मृत’, खुद को जिंदा साबित करने के लिए उठाया अनोखा कदम
डिजिटल डेस्क, बेलगावी। कर्नाटक के बेलगावी जिले में एक 62 वर्षीय व्यक्ति को सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि वह जीवित हैं। सरकारी कार्यालयों के कई चक्कर काटने के बाद भी समस्या का हल नहीं हुआ। आखिरकार, गणपति काकटकर नामक व्यक्ति ने बेलगावी के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद रोशन के कार्यालय में बिना अनुमति घुसकर उनसे मदद की अपील की।
डेटा एंट्री की गलती बनी परेशानी की जड़
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गणपति काकटकर अपने मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ गए और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर द्वारा की गई गलती को सुधारने की मांग की। इस गलती के कारण उन्हें मृत घोषित किया गया था, जिसकी वजह से उनका आधार कार्ड, बैंक खाते, और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ बंद हो गया था।
दादा की संपत्ति के लिए आवेदन करने पर खुली गलती
यह परेशानी तब शुरू हुई जब गणपति और उनके भाइयों ने अपने दादा की 1976 में हुई मृत्यु के बाद उनकी जमीन के उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया। प्रमाण पत्र में देरी होने के कारण अदालत का सहारा लेना पड़ा।
कंप्यूटर ऑपरेटर की गलती से बढ़ी मुश्किलें
हिंडालगा राजस्व कार्यालय में एक कंप्यूटर ऑपरेटर ने गणपति के दिवंगत दादा की जगह गलती से उनका आधार नंबर दर्ज कर दिया, जिससे उनका नाम राशन कार्ड से हटा दिया गया और आधार कार्ड लॉक हो गया। कई प्रयासों के बावजूद समाधान नहीं मिला। अगस्त 2023 में उन्हें इस गलती का पता चला और जून 2024 तक समस्या की जड़ तक पहुंचे।