झज्जर पुलिस ने 25 साल पहले हुए महेंद्र सिंह हत्याकांड का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों वीरपाल और सुखराज को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी महेंद्र सिंह के ही गांव के रहने वाले हैं।
पुलिस के मुताबिक, 11 अगस्त 1998 को झज्जर के गांव सिलाना में एक व्यक्ति की लाश मिली थी। शव की पहचान महेंद्र सिंह के रूप में हुई थी। महेंद्र सिंह सोनीपत के हरसाना कलां गांव में एक मशरूम फार्म पर काम करता था।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि महेंद्र सिंह के साथ उसके गांव के चार अन्य लोग जयराम, अमर सिंह, सुखराज और वीरपाल भी मशरूम फार्म पर काम करते थे। इन चारों लोगों पर महेंद्र सिंह की हत्या का शक हुआ।
पुलिस ने जयराम और अमर सिंह को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन वीरपाल और सुखराज फरार हो गए। पुलिस ने इन दोनों की तलाश के लिए कई प्रयास किए, लेकिन वे नहीं पकड़े जा सके।
हाल ही में, पुलिस ने इस मामले की फिर से जांच शुरू की। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर वीरपाल को पंजाब के होशियारपुर से और सुखराज को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि महेंद्र सिंह शराब पीने का आदी था। वह अक्सर उन लोगों के साथ शराब के नशे में मारपीट करता था। इससे सभी तंग आ चुके थे। इसलिए उन्होंने महेंद्र सिंह को बहाने से सिलाना गांव की बणी में ले गए और वहां पर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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