बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: बेटे जीशान के खुलासे से मामला उलझा, डायरी में BJP नेता का जिक्र
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने अपने बयान में बड़े खुलासे किए हैं, जिनसे हत्याकांड की दिशा बदल सकती है। जीशान ने झुग्गी पुनर्विकास (एसआरए) परियोजनाओं में गड़बड़ियों और भाजपा नेता का नाम सामने लाने का दावा किया है।
पैरोल और झुग्गी पुनर्विकास से जुड़ी साजिश
जीशान सिद्दीकी ने आरोप लगाया है कि उनके पिता की हत्या के पीछे झुग्गी पुनर्विकास परियोजनाओं से जुड़ा एक बड़ा षड्यंत्र है। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उनके पिता एसआरए परियोजनाओं में कई डेवलपर्स और राजनेताओं के संपर्क में थे।
डायरी में BJP नेता का नाम
जीशान ने दावा किया कि उनके पिता को डायरी लिखने की आदत थी और हत्या के दिन उनकी डायरी में एक भाजपा नेता का नाम दर्ज था। उन्होंने बताया कि उनके पिता के व्हाट्सएप पर मोहित कंभोज नामक भाजपा नेता ने संपर्क किया था।
हत्या के दिन की घटना
जीशान के अनुसार, 9 अक्टूबर को उनके पिता बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई। घटना के समय जीशान पास के एक रेस्टोरेंट में थे। एक पार्टी कार्यकर्ता ने उन्हें सूचना दी कि उनके पिता पर हमला हुआ है। लीलावती अस्पताल ले जाते समय बाबा सिद्दीकी का निधन हो गया।
पुलिस जांच पर सवाल
जीशान ने पुलिस की जांच पर असंतोष जताते हुए कहा कि जांच में बिल्डर लॉबी को शामिल नहीं किया गया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या बिश्नोई गैंग से जुड़े संदिग्धों ने हत्या की साजिश के पीछे किसी बिल्डर का हाथ होने से इनकार किया है।
चार्जशीट में 26 आरोपी
पुलिस ने इस मामले में 4,500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 26 लोगों को आरोपी बनाया गया है। शुभम लोनकर, यासीन अख्तर और अनमोल बिश्नोई अभी भी वांछित हैं। सभी पर मकोका के तहत मामले दर्ज हैं।
जीशान की मांग
जीशान ने सिद्दीकी हत्याकांड की व्यापक जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पुनर्विकास परियोजनाओं और राजनीतिक साजिश के सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए।