ऑनलाइन गेमिंग: क्यों जरूरी हैं सख्त कानून? समझिए पूरा गणित
अमेरिका हाल ही में वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स के टॉप-20 देशों से बाहर हो गया, क्योंकि वहां के किशोर ज़्यादातर नाखुश पाए गए थे और उनमें स्मार्टफोन की लत बड़ी भूमिका निभा रही थी।
पीएलओएस मेंटल हेल्थ नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि किशोरों में ज़रूरत से ज़्यादा इंटरनेट इस्तेमाल करने से उनके दिमाग के उन हिस्सों पर असर पड़ता है जो ध्यान केंद्रित करने, नई चीजें सीखने, याद रखने और शारीरिक रूप से संतुलित रहने में मदद करते हैं। इससे उनकी समग्र विकास और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
अध्ययन में क्या पाया गया:
- 2013 से 2022 के बीच 10 से 19 साल के 237 बच्चों पर रिसर्च की गई।
- इन बच्चों को डॉक्टरों ने यह कहकर बीमार बताया था कि उन्हें इतनी ज़्यादा इंटरनेट की आदत लग गई है कि यह उनकी सेहत, पढ़ाई और भविष्य पर भी बुरा असर डाल रही है।
- वैज्ञानिकों ने पाया कि दिमाग के कुछ खास हिस्से मिलकर काम करते हैं, जिससे हम ध्यान लगा पाते हैं या सही फैसले ले पाते हैं।
- जिन बच्चों को इंटरनेट की लत थी, उनके दिमाग के इन हिस्सों में आपस में कम्युनिकेशन ठीक से नहीं हो रहा था।
- यानी दिमाग के वो हिस्से जो साथ मिलकर काम करने चाहिए, वो एक दूसरे से बात नहीं कर पा रहे थे।
बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग की लत भी बढ़ रही है:
- ऑनलाइन एडिक्शन की वजह से डिप्रेशन और तनाव तो बढ़ ही रहा है, इसके साथ बच्चों में सट्टे और ऑनलाइन गेमिंग की लत भी बढ़ रही है।
- भारत सरकार बच्चों और युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग और जुए की लत को कम करने के लिए इन क्षेत्रों पर कुछ पाबंदियां लगाने की सोच रही है।
- सरकार नए नियमों पर काम कर रही है, जिसके तहत ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत में समय और खर्च की सीमा का पालन हो रहा है।
- इसके लिए सरकार ने एसआरबी (सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी) भी बनाई है।
चीन में बच्चों के गेम खेलने का समय तय:
- भारत दुनिया के सबसे बड़े गेमिंग बाजारों में से एक है।
- देश में करीब 57 करोड़ लोग ऑनलाइन गेम खेलते हैं।
- इनमें से 25% लोग इन गेम्स में पैसा लगाते हैं।
- भारत अब ऑनलाइन गेमिंग के मामले में चीन के फॉर्मूले पर आगे बढ़ रहा है।
- चीन में बच्चों को गेम की लत से बचाने के लिए सख्त नियम हैं।
- नवंबर 2019 में 18 साल से कम उम्र के बच्चों को रोजाना 90 मिनट से ज्यादा गेम खेलने पर रोक लगा दी गई थी।
- अगस्त 2021 में इन नियमों को और सख्त कर दिया गया।
- अब 18 साल से कम उम्र के बच्चे सिर्फ शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सरकारी छुट्टियों में वो भी सिर्फ 1 घंटे ही गेम खेल सकते हैं।