19 साल पुराने हत्याकांड का पर्दाफाश: AI से पकड़े गए महिला और नवजात बच्चियों के हत्यारे

19 साल पुराने हत्याकांड का पर्दाफाश: AI से पकड़े गए महिला और नवजात बच्चियों के हत्यारे

केरल के कोल्लम में 2006 में एक महिला और उसकी 17 दिन की जुड़वां बेटियों की नृशंस हत्या ने पूरे राज्य को हिला दिया था। इस भयानक हत्याकांड को सुलझाने में 19 साल लग गए, लेकिन आखिरकार AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक ने मामले में नई जान फूंक दी और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

हत्याकांड की दिल दहला देने वाली घटना

संतम्मा नाम की महिला पंचायत कार्यालय से घर लौटीं, तो अपनी बेटी रंजिनी और 17 दिन की जुड़वां बच्चियों को खून से लथपथ पाया। तीनों का बेरहमी से गला रेत दिया गया था। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की, लेकिन हत्यारे रहस्यमय ढंग से गायब हो गए।

19 साल बाद AI ने खोज निकाला हत्यारों को

इस मामले को सुलझाने में AI तकनीक निर्णायक साबित हुई। केरल पुलिस की तकनीकी खुफिया शाखा ने पुराने संदिग्धों की तस्वीरों को उन्नत तकनीक से सुधारकर अनुमान लगाया कि वे अब कैसे दिख सकते हैं। सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों का मिलान किया गया, जिससे संदिग्ध राजेश और दिविल का पता चला।

जाल में फंसे आरोपी

एक शादी की तस्वीर से सुराग मिला जो राजेश से 90% मेल खाती थी। पुलिस ने इसे ट्रैक किया और पुडुचेरी में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। राजेश और दिविल ने पहचान छिपाने के लिए नाम बदलकर इंटीरियर डिजाइनर के रूप में काम शुरू कर दिया था।

हत्या के पीछे की कहानी

रंजिनी और दिविल के बीच प्रेम संबंध था, लेकिन गर्भवती होने के बाद दिविल ने उसे छोड़ दिया। रंजिनी ने राज्य महिला आयोग से संपर्क कर पितृत्व परीक्षण की मांग की, जिससे बचने के लिए दिविल ने राजेश के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।

कैसे हुआ था अपराध

राजेश ने रंजिनी की मां को बहला-फुसलाकर पंचायत कार्यालय भेजा और उसके अनुपस्थिति में रंजिनी और नवजात जुड़वां बच्चियों की हत्या कर दी। पुलिस को घटनास्थल से एक दोपहिया वाहन मिला, जिसने पठानकोट के सैन्य शिविर तक पहुंचाया, लेकिन आरोपी वहां से भाग चुके थे।

 

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